धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार', जिसे अंग्रेज़ी में कहते हैं – Right to Freedom of Religion।
🎥 वीडियो स्क्रिप्ट: धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार
🎤 भूमिका (Intro)
नमस्कार!
मेरा नाम [अपना नाम] है और आज मैं बात करने जा रहा हूँ एक बहुत ही महत्वपूर्ण मौलिक अधिकार के बारे में – ‘धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार’, जिसे अंग्रेज़ी में कहते हैं – Right to Freedom of Religion।
भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, और यहाँ हर व्यक्ति को अपने धर्म को मानने, अपनाने और प्रचार करने की स्वतंत्रता है।
📘 मुख्य विषयवस्तु (Main Body)
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25 से 28 तक धर्म की स्वतंत्रता का उल्लेख किया गया है।
🔹 अनुच्छेद 25: हर नागरिक को यह अधिकार है कि वह किसी भी धर्म को मान सके, उसका पालन कर सके और प्रचार कर सके।
🔹 अनुच्छेद 26: हर धार्मिक समुदाय को अपने धार्मिक संस्थान बनाने, चलाने और धार्मिक कार्यों को स्वतंत्र रूप से करने का अधिकार है।
🔹 अनुच्छेद 27: कोई भी व्यक्ति किसी धर्म विशेष के प्रचार या पूजा के लिए सरकार द्वारा लगाए गए कर का भुगतान करने के लिए बाध्य नहीं होगा।
🔹 अनुच्छेद 28: सरकारी शिक्षा संस्थानों में धार्मिक शिक्षा नहीं दी जाएगी।
🌏 यह क्यों ज़रूरी है?
इस अधिकार से भारत में हर धर्म को बराबरी मिलती है। इससे हम एक-दूसरे के विश्वास का सम्मान करना सीखते हैं। यही भारत की खूबसूरती है – “अनेकता में एकता”।
✅ निष्कर्ष (Conclusion)
तो दोस्तों, धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार ना केवल एक संवैधानिक अधिकार है, बल्कि यह हमारे सामाजिक सद्भाव और राष्ट्रीय एकता का आधार भी है।
हमें अपने अधिकार का सम्मान करना चाहिए और दूसरों के धर्म की भी इज़्ज़त करनी चाहिए।
धन्यवाद! 🇮🇳
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